छोटी सी ज़िन्दगी है , हर बात में खुश रहो
जो चेहरा पास ना हो , उसकी आवाज़ मेँ खुश रहो II
कोई रूठा हो तुमसे , उसके इस अंदाज़ में खुश रहो
जो लौट के नहीं आने वाले , उन लम्हों की याद मेँ खुश रहो II
कल किसने देखा है , अपने आज में खुश रहो
खुशियों का इंतज़ार किसलिए, दूसरों की मुस्कान में खुश रहो Il
क्यूँ तड़पते हो हर पल किसी के साथ को , कभी तो अपने आप में खुश रहो
छोटी सी तो ज़िन्दगी है, हर हाल में खुश रहो ..
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