एक दिन ज़िन्दगी
ऐसे मुकाम पे पहुँच जायेगी ...
दोस्ती तो सिर्फ यादों में रह जाईगी ....
हर कप कॉफ़ी याद दोस्तों की दिलायेगी ....
और हँसते हँसते फिर आँखें नम हो जायेगी ...
ऑफिस के चम्बर में क्लास रूम नज़र आयेगा ...
पर चाहने पर भी प्रोक्सी नहीं लग पायेगा ...
पैसे तो बहुत होंगे ...मगर उन्हें लुटाने की वजह ही खो जायेगी ...
जी ले खुलके इस पल को मेरे दोस्त क्यूंकि ज़िन्दगी इन पलों को फिर से नहीं दोहराएगी //
दोस्ती तो सिर्फ यादों में रह जाईगी ....
हर कप कॉफ़ी याद दोस्तों की दिलायेगी ....
और हँसते हँसते फिर आँखें नम हो जायेगी ...
ऑफिस के चम्बर में क्लास रूम नज़र आयेगा ...
पर चाहने पर भी प्रोक्सी नहीं लग पायेगा ...
पैसे तो बहुत होंगे ...मगर उन्हें लुटाने की वजह ही खो जायेगी ...
जी ले खुलके इस पल को मेरे दोस्त क्यूंकि ज़िन्दगी इन पलों को फिर से नहीं दोहराएगी //